आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि पृथ्वी (Earth)/(Globe) क्या है, घूर्णन (Rotation), परिक्रमण (Rotation), अपसौर (Adheliax) व उपसौर (Periheliax) एपिसाइड लाइन और खगोलीय इकाई (Astronomical unit) पूरे विस्तार से जानेंगे तो आर्टिकल के साथ शुरू से लेकर अंत तक बने रहें और ध्यान से पढ़ें इसमें आपको बहुत ही ज्यादा आसान भाषा में पृथ्वी क्या है? समझाया गया है वह भी इमेज के साथ तो चलिए शुरू करते हैं और जान लेते हैं कि पृथ्वी क्या है? ओर पृथ्वी का आकार कैसा है?
पृथ्वी (Earth)/(Globe) क्या है, घूर्णन (Rotation), परिक्रमण (Rotation), अपसौर (Adheliax) व उपसौर (Periheliax) एपिसाइड लाइन और खगोलीय इकाई (Astronomical unit |
पृथ्वी (Earth)/(Globe)
पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है। जल की अधिकता के कारण इसे नीला ग्रह भी कहते हैं। इस पर 71% जल है और 19% स्थल है। पृथ्वी का घनत्व सर्वाधिक ( 5 gm/cm³ ) हैं। पृथ्वी ध्रुव पर चपटी है और पृथ्वी के इस आकृति को Globe भी कहते हैं। पृथ्वी का विषुवरेखीय व्यास 12756 किलोमीटर है। जबकि ध्रुवीय व्यास 12714 किलोमीटर है। इसके ध्रुवीय तथा विश्वतरेखीय व्यास में 49 किलोमीटर का अंतर है।
पृथ्वी (Earth)/(Globe) |
पृथ्वी अपने अक्ष पर 23½° झुकी हुई है। जबकि अपने तल पर 66½° झुकी हुई है। जिसे आप इस इमेज में देख सकते हैं और अब हम आगे जानते हैं कि घूण॔न क्या होता है
पृथ्वी का झुकाव |
घूर्णन (Rotation)
पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूरब की ओर घूमती है और एक घूर्णन 24 घंटा यानी ( 23 घंटा 56 मिनट 43 सेकंड ) में पूरा करती है। पृथ्वी के घूर्णन के कारण निम्नलिखित घटनाएं होती हैं, जो कुछ इस प्रकार है :–
- दिन और रात का होना।
- समीर का उत्पन्न होना।
- ज्वार भाटा का उत्पन्न होना।
- कोरोयोलिस बल का उत्पन्न होना।
परिक्रमण (Rotation)
पृथ्वी सूर्य का परिक्रमण 365 दिन 5 घंटा 48 मिनट 44 सेकंड ( 365 दिन 6 घंटा ) में पूरा करती है। परिक्रमण के कारण निम्नलिखित घटनाएं होती हैं, जो कुछ इस प्रकार है :–
- ऋतु परिवर्तन
- दिन की अवधि का बड़ा व छोटा होना
- ध्रुवों पर 6 महीने दिन तथा 6 महीने रात का होना
नोट : 6 महीने दिन तथा 6 महीने रात होने में 2 घटनाएं भाग लेती हैं
- पृथ्वी का परिक्रमण
- अक्ष का झुकाव
अपसौर (Adheliax)
जब सूर्य से पृथ्वी की दूरी बढ़ जाती है तो उसे हम अपसौर (Adheliax) कहते हैं। यह घटना प्रत्येक वर्ष 4 जुलाई को होती है।
उपसौर (Periheliax)
जब सूर्य से पृथ्वी की दूरी घट जाती है तो उसे हम उपसौर (Periheliax) कहते हैं। यह घटना प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को होती है।
अपसौर (Adheliax) व उपसौर (Periheliax) को आप इस इमेज की मदद से समझ सकते हैं।
अपसौर (Adheliax) व उपसौर (Periheliax) |
एपिसाइड लाइन
अपसौर तथा उपसौर को मिलाने वाली काल्पनिक रेखा को हम एपिसाइड लाइन कहते हैं।
खगोलीय इकाई (Astronomical unit)
सूर्य तथा पृथ्वी के बीच की औसत दूरी 15 करोड़ किलोमीटर यानी (14.96 करोड़ किलोमीटर) है। इस दूरी को ही हम खगोलीय इकाई कहते हैं। इतनी दूरी से सूर्य के प्रकाश को आने में लगभग 8 मिनट 16 सेकंड लगते हैं। जबकि चंद्रमा से प्रकाश को आने में 1.8 सेकंड (सवा 1 सेकंड) लगता है।
अक्सर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न (Some important frequently asked Questions)
Q-1. पृथ्वी एक चक्कर कितने समय में लगाती है?
Ans : पृथ्वी अपना एक चक्कर 24 घंटा यानी 23 घंटा 56 मिनट 43 सेकंड में लगाती है।
Q-2. दिन और रात कैसे होता है?
Ans : पृथ्वी पर दिन और रात पृथ्वी के घूर्णन करने से होता है।
Q-3. पृथ्वी सूर्य का परिक्रमण कितने समय में लगाती है?
Ans : हमारी पृथ्वी सूर्य का परिक्रमण 365 दिन 5 घंटा 48 मिनट और 46 सेकेंड (365 दिन 6 घंटा) में पूरा करती है।
Q-4. दिन बड़ा और छोटा कैसे होता है?
Ans : दिन का बड़ा और छोटा होना पृथ्वी के परिक्रमण के कारण होता है। जिसका समय 365 दिन 5 घंटा 48 मिनट और 46 सेकेंड (365 दिन 6 घंटा) है।
Q-5. 6 महीने दिन और 6 महीने रात किस कारण होता है?
Ans : 6 महीने दिन और 6 महीने रात दो कारणों से होता है।
- पृथ्वी का परिक्रमण
- अक्ष पर झुकाव
Q-6. सूर्य से पृथ्वी की दूरी कितनी है?
Ans : सूर्य से पृथ्वी की दूरी 15 करोड़ किलोमीटर यानी (14.96 करोड़ किलोमीटर )है।
Q-7. सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर आने में कितना समय लेता है?
Ans : हमारे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर आने में लगभग 8 मिनट 16 सेकंड लगाता है।
Q-8. चंद्रमा का प्रकाश पृथ्वी पर आने में कितना समय लगाता है?
Ans : चंद्रमा का प्रकाश पृथ्वी पर आने में लगभग 1.8 सेकंड लगाता है।
Conclusion,
हमें उम्मीद है कि आप को अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा कि पृथ्वी (Earth)/(Globe) क्या है, घूर्णन (Rotation), परिक्रमण (Rotation), अपसौर (Adheliax) व उपसौर (Periheliax) एपिसाइड लाइन और खगोलीय इकाई (Astronomical unit) भी समझ में आ गया होगा अगर कोई जानकारी रह गई हो तो हमें Comment करके जरूर बताएं और अपने प्यारे दोस्त को भी जरूर Share करें जिससे यह जानकारी उन्हें भी आसान भाषा में प्राप्त हो सके और अपने सोशल मीडिया जैसे Facebook, WhatsApp, Telegram पर भी इन्हें जरूर शेयर करें तो मिलते हैं ऐसे ही information article के साथ जब तक के लिए बाय
_जय हिंद जय भारत
अपना बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से बहुत धन्यवाद