Aakashganga kise kahate Hai in Hindi |
आकाश गंगा (Galaxy)
ब्रह्मांड में तारों के अनगिनत समूह हैं, जिन्हें हम Galaxy यानी आकाशगंगा कहते हैं। जिसमें हमारा सूर्य भी शामिल है हमारे सारे ग्रह, नक्षत्र, तारामंडल ये सभी आकाशगंगा में ही है आकाशगंगा का आकार बताए तो इसका आकार सर्पिलाकर (Spiral) होता है, जैसा Spring (स्प्रिंग) का आकार सर्पिलाकर होता है। आप समझ गए होंगे कि सर्पिलाकर कैसा होता है।तारे सर्पिलाकर भुजा के किनारे पाए जाते हैं जैसे-जैसे तारे की आयु बढ़ती रहती है वह आकाशगंगा के बीच में आ जाने लगते हैं और उस बीच वाले आकाशगंगा को हम बल्ज कहते हैं बल्ज में ब्लैक होल पाए जाते हैं बल्ज में तारों की संख्या अधिक होती है और आकाशगंगा का निर्माण आज से 12 मिलीयन वर्ष (2×10⁸) पहले हुआ था। ब्रह्मांड में लगभग 100 अरब आकाशगंगाए हैं और प्रत्येक आकाशगंगा में लगभग 100 अरब तारे हैं या इससे भी अधिक अब जानते हैं कि, Super Cluster किसे कहते हैं?
हम लोग जिस Super Cluster में रहते हैं उसमें तीन आकाशगंगाए हैं, जो निम्न है :
Super Cluster किसे कहते हैं?
हमारे ब्रह्मांड में 100 अरब आकाशगंगाए पाई जाती हैं और आकाशगंगा के तीन समूहो को हम Super Cluster या Cluster भी कहते हैं यानी कि अलग-अलग तीन आकाशगंगाए एक समूह में एकत्रित होती है तो उन्हें हम Super Cluster कहते हैं।Super cluster or cluster kise kahate Hain |
हम लोग जिस Super Cluster में रहते हैं उसमें तीन आकाशगंगाए हैं, जो निम्न है :
- मंदाकिनी (Milky-Way)
- देवयानी
- NGC-M-33
मंदाकिनी (Milky-Way)
हमारा सूर्य जिस आकाशगंगा में है उसे कि हम मंदाकिनी कहते हैं इसे हम कई नामों से पुकारते हैं जैसे कि ( दुग्ध मेखला, Milky-Way, मंदाकिनी ) भी कहते हैं, हमारी मंदाकिनी का आकार भी सर्पिलाकर ही है। इनकी तीन घुलनशील भुजाएं हैं। नए नए तारे बाहरी भुजा पर रहते हैं, जो हमारा सूर्य है वह भी मंदाकिनी के बाहरी भुजा पर ही रहता है। जब तारे लाल दानव की अवस्था में आ जाते हैं तो तारे बीच वाले भुजा में चले जाते हैं। तारे जब अपने अंतिम अवस्था में जाते हैं, तो वह केंद्रीय भुजा में प्रवेश कर जाते हैं और मंदाकिनी के केंद्रीय भाग को भी हम बल्ज ही कहते हैं बल्ज में ब्लैक होल पाए जाते हैं यह ब्लैक होल श्वेत वामन तथा काला वामन को खींच लेता है अतः तारों का अंत ब्लैक हॉल में ही जाकर होता है। हमारा सूर्य अपनी मंदाकिनी का चक्कर Anti clock वाइज लगाता है मंदाकिनी का चक्कर लगाने में सूर्य की चाल 25 किलोमीटर प्रति सेकंड (25 km/sec) होती है, सूर्य को एक चक्कर पूरा करने में 25 करोड़ वर्ष लग जाते हैं। इसे हम ब्रह्मांड वर्ष भी कहते हैं। सूर्य का सबसे करीबी तारा प्रॉक्सिमा सेंचुरी(proxima century) है, तो मंदाकिनी किसे कहते हैं आप पूरी तरह से समझ चुके होंगे तो अब हम जानते हैं कि देवयानी किसे कहते हैंब्रह्मांड की संरचना |
देवयानी (Andromeda)
यह हमरी आकाशगंगा मंदाकिनी की सबसे करीबी आकाशगंगा देवयानी(Andromeda) है मंदाकिनी आकाशगंगा से देवयानी आकाशगंगा की दूरी 2.2 मिलियन प्रकाश वर्ष (2.2×10⁶ प्रकाश वर्ष) हैं।
NGC-M-33
यह हमारी मंदाकिनी आकाशगंगा से दूसरा निकटतम आकाशगंगा है, जिसका नाम NGC-M-33 हैं।
Conclusion,
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_जय हिंद जय भारत
अपना बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से बहुत धन्यवाद