आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि हमारे मौसम (Weather) क्या है? भारत में जलवायु को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक (Some of the major factors affecting the climate in India), पर्वतों की स्थिति (position of mountains), समुंद्र से दूरी (distance from sea), विषुवत रेखा से दूरी (Distance from the equator), समुद्र टल से ऊंचाई (Height above sea level) व मानसून (monsoon) को पूरे विस्तार से जानेंगे तो आर्टिकल के साथ शुरू से लेकर अंत तक बने रहें और ध्यान से पढ़ें इसमें आपको बहुत ही ज्यादा आसान भाषा में मौसम (Weather) क्या है? समझाया गया है वह भी इमेज के साथ तो चलिए शुरू करते हैं और जान लेते हैं कि मौसम (Weather) क्या है?
मौसम (Weather) |
मौसम (Weather)
एक सीमित क्षेत्र के अंतर्गत दिन प्रतिदिन होने वाले परिवर्तन को हम मानसून (monsoon) कहते हैं। मौसम हर दिन बदलता रहता है, अगर हम मौसम को प्रतिदिन देखते हैं। तो उससे उसके स्वभाव का पता चल जाता है। जब हम किसी क्षेत्र के मौसम पर हमेशा नजर रखते हैं और उस पर लगातार 30 सालों तक नजर रखते हैं। तो हमें एक बहुत ही बेहतरीन अनुभव लगा लेते है। यह मौसम 30 सालों में कैसा रहेगा। यही 30 साल का अनुभव और औसत को जलवायु (climate) कहते हैं। अर्थात किसी स्थान अथवा प्रदेश में लंबे समय के तापमान वर्षा वायुमंडलीय दाब तथा पर्वतों की दिशा एवं गति की समस्त दिशाओं के योग को जलवायु (climate) कहते हैं। जलवायु (climate) कभी change नहीं होते है। जब हम जल को आग पर गर्म करते हैं और वह वाष्प बनकर ऊपर वायु में चला जाता है तो यह प्रक्रिया जलवायु कहलाता है।
भारत में जलवायु को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक (Some of the major factors affecting the climate in India)
पर्वतों की स्थिति (position of mountains)
भारत की जलवायु में पर्वत किस जगह पर हैं यह भी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उदाहरण के लिए :–
- पश्चिम तथा पूर्वी घाट पर्वत
- हिमालय पर्वत : उत्तर में स्थित है हिमालय पर्वत उत्तरी पर्वतों में हमें अवैध सुरक्षा प्रदान करता है। यहां जमा देने वाली ठंडी माइनस 60 डिग्री सेल्सियस (–60°C) पवन ने उत्तरी ध्रुव से चलकर मध्य एवं पूर्वी एशिया में से भारत की ओर बढ़ती हैं। उन हवाओं को हिमालय पर्वत रोक लेता है।
- अरावली पर्वत
समुंद्र से दूरी (distance from sea)
समुंद्र से आप जितनी ही दूर जाएंगे मौसम में आपको उतना ही चेंजिंग देखने को मिलेगा समुंद्र की पानी ना जल्दी गर्म होती है और ना ही जल्दी ठंडी होती है। जो शहर समुद्र के किनारे होता है। वहां ना ज्यादा गर्मी और ना ही ज्यादा ठंडी पड़ती है। वहां का मौसम का स्तर सामान्य रहता है।
विषुवत रेखा से दूरी (Distance from the equator)
जितना ज्यादा हम विश्वत रेखा (Equator) से दूर रहेंगे उतना ही ज्यादा गोरा रहेंगे और जितना ही नजदीक रहेंगे उतना ही ज्यादा काले हो जाएंगे। विश्वत रेखा (Equator) से जितने ही दूरी पर रहेंगे। आप की जलवायु उतने ही अलग रहेगी। उदाहरण के लिए :–
- केरल और तमिलनाडु के लोग काले और जम्मू कश्मीर के लोग गोरे होते हैं।
विश्वत रेखा (Equator) से जितने हम दूरी पर जाएंगे गर्मी की मात्रा कम होती जाएगी और आप की जलवायु हल्का-हल्का चेंज होने लगेगी।
समुद्र टल से ऊंचाई (Height above sea level)
दुनिया के किसी भी ऊंचाई को हम समुंद्र तल से मापते हैं अगर आप की जगह की ऊंचाई जितनी ज्यादा रहेगी तो ठंड उतनी ही ज्यादा पड़ेगा।
मानसून (monsoon)
हमारी जलवायु मानसून (monsoon) पर निर्भर करती है। वैसा काला बादल जिसमें बारिश कराने की मात्रा रहती है। उसे मानसून (monsoon) कहते हैं। यह बादल जब पर्वतों से टकराते हैं तो वर्षा करा देते हैं और बहुत ज्यादा टकरा जाते हैं तो वह बादल फट जाते हैं। जून-जुलाई में बादल बहुत ज्यादा बनते हैं। क्योंकि इस समय सूर्य कर्क रेखा पर रहते हैं। सूर्य समुंद्र के पानी को गर्म कर देता है और पानी वाष्प बनकर ऊपर चली जाती है। यही ऊपर जाकर बादल बन जाता है। यह मानसून (monsoon) हल्का दाहिने और घूम कर चलता है। इस मानसून (monsoon) को अरावली पर्वत नहीं रोक पाती है, क्योंकि वह समांतर है और यह उत्तराखंड में जाकर बहुत तेजी से हिमालय से टकरा जाती है। यहां बादल बहुत अधिक आकर तेजी से टकरा जाते हैं और बहुत तेज बारिश होती है। इसी को बादल का फटना कहा जाता है।
मानसून (monsoon) |
Conclusion,
हमें उम्मीद है कि आप को अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा कि मौसम (Weather) क्या है? भारत में जलवायु को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक (Some of the major factors affecting the climate in India), पर्वतों की स्थिति (position of mountains), समुंद्र से दूरी (distance from sea), विषुवत रेखा से दूरी (Distance from the equator), समुद्र टल से ऊंचाई (Height above sea level) व मानसून (monsoon) भी समझ में आ गया होगा अगर कोई जानकारी रह गई हो तो हमें Comment करके जरूर बताएं और अपने प्यारे दोस्त को भी जरूर Share करें जिससे यह जानकारी उन्हें भी आसान भाषा में प्राप्त हो सके और अपने सोशल मीडिया जैसे Facebook, WhatsApp, Telegram पर भी इन्हें जरूर शेयर करें तो मिलते हैं ऐसे ही information article के साथ जब तक के लिए बाय
_जय हिंद जय भारत
अपना बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से बहुत धन्यवाद